Me - A successful failures

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जब-जब तुम दुनिया से अलग रहें, मानो तुम गलत रहें,
इन शब्दों को गलत लिखकर, मैं सबकी हथेली में छाप दूंगा।

इन नाकामियों से कहो अपनी हद में रहे, 
मैं शायर हूँ अपनी कलम से एक-एक को माप दूंगा।।

✍✍
~मोhit

रास्ते जो भी चमक-दार नज़र आतें हैं,
सब दिखावें के तारे नज़र आते हैं।

कोई पागल ही मुझे मोहब्बत से नवाज़ेगा,
आप तो ख़ैर मुझे समझदार नज़र आतें हैं।।

हाँ! ज़ख़्म भरने लगे हैं पिछली मुलाक़ातों के,
शायद फिर मुलाक़ात के आसार नज़र आतें हैं।

बस एक ही बार हुआ हूँ उन पर 'मोहित' 
और फिर वो ही लगातार नज़र आतें हैं।

~मोhit
✍✍

बहुत पहुँचा हुआ मुसाफ़िर मैं भी हूँ,
दिल भटकने में माहिर मैं भी हूँ।

कौन-कौन करेगा 'मोहित' इश्क़ से मुझको,
ग़र तू काफ़िर है तो ढीट मैं भी हूँ।।

~मोhit
✍✍

अभी तो बस याद आए हो,
बाद में तुम्हारी आस लगेगी।
न मिला तो दिल रोएगा,
क्या मुझको रोने की छूट मिलेगी?

आज तो पत्थर बाँध लिया है,
लेकिन कल फिर भूक लगेगी।
एक दिन ऐसे भूलूँगा दुनिया को,
की दुनिया मुझ को याद करेगी।

~मोhit

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