Twitter Facebook लोग बदल जाते हैं THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 19, 2020 लोगो मनसूबे बदल जाते हैं, उनके अल्फ़ाज़ तक बदल जाते है,ये कलयुग है जनाब यहाँ इक पल में,लोगो के जज्बात के साथ-साथ लोग तक बदल जाते है।।~मोhit
Twitter Facebook कलम की ताकत THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 3 जब-जब तुम दुनिया से अलग रहें, मानो तुम गलत रहें,इन शब्दों को गलत लिखकर, मैं सबकी हथेली में छाप दूंगा।इन नाकामियों से कहो अपनी हद में रहे, मैं शायर हूँ अपनी कलम से एक-एक को माप दूंगा।।✍✍~मोhit
Twitter Facebook वो ही नज़र आतें हैं... THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 रास्ते जो भी चमक-दार नज़र आतें हैं,सब दिखावें के तारे नज़र आते हैं।कोई पागल ही मुझे मोहब्बत से नवाज़ेगा,आप तो ख़ैर मुझे समझदार नज़र आतें हैं।।हाँ! ज़ख़्म भरने लगे हैं पिछली मुलाक़ातों के,शायद फिर मुलाक़ात के आसार नज़र आतें हैं।बस एक ही बार हुआ हूँ उन पर 'मोहित' और फिर वो ही लगातार नज़र आतें हैं।~मोhit✍✍
Twitter Facebook सच्ची शायरी - 3 THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 काम अधूरा पड़ा है ख़्वाबों का आज फिर नींद ग़ैर-हाज़िर है।लाज रख ली तेरी यादों ने,वरना 'मोहित' भी कोई शायर है।।~मोhit
Twitter Facebook मैं भी हूँ THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 बहुत पहुँचा हुआ मुसाफ़िर मैं भी हूँ,दिल भटकने में माहिर मैं भी हूँ।कौन-कौन करेगा 'मोहित' इश्क़ से मुझको,ग़र तू काफ़िर है तो ढीट मैं भी हूँ।।~मोhit✍✍
Twitter Facebook कितना जानते, पहचानते हो हमें? THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 ख़ुद से भी खुलकर नही मिलते हम,तुम क्या ख़ाक जानते हो हमें।।बातें तो बड़ी अच्छी करते हो,बस इतना ही पहचानते हो हमें।।~मोhit
Twitter Facebook कुछ अनकही, कुछ दिल की - 11 THE PEN POETRY ~ मोhit Iyer April 18, 2020 अभी तो बस याद आए हो,बाद में तुम्हारी आस लगेगी।न मिला तो दिल रोएगा,क्या मुझको रोने की छूट मिलेगी?आज तो पत्थर बाँध लिया है,लेकिन कल फिर भूक लगेगी।एक दिन ऐसे भूलूँगा दुनिया को,की दुनिया मुझ को याद करेगी।~मोhit